Thursday, April 11

थोड़ा और


इस इत्तेफ़ाक़ को थोड़ा और परख लेते
आरज़ू में ज़िंदगी बिताई 
थोड़ा और ठहर लेते 
कुछ इस परवाने का भी हाल समझ लेते






Powered By Blogger

Search This Blog